बायोगैस प्लांट लगाने पर मिलेगी बंपर सब्सिडी, यहां करें आवेदन. Bumper subsidy will be available for setting up biogas plant, apply here
सरकार की ओर से किसानों को प्राकृतिक खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। सरकार का मनना है कि रासायनिक उर्वरकों के अंधाधुंध प्रयोग से भूमि की उर्वराशक्ति पर असर पड़ रहा है जिससे भूमि बंजर हो रही है। ऐसे में फसलों को कैमिकल मुक्त किया जाना चाहिए। इसके लिए किसानों को रासायनिक उर्वरकों के स्थान पर गोबर से बनी खाद का उपयोग करना चाहिए। इसी कड़ी में हरियाणा सरकार किसानों को बायोगैस प्लांट लगाने के लिए बंपर सब्सिडी दे रही है। बायोगैस प्लांट लगाने से किसान को खेती के लिए प्राकृतिक खाद तो मिलेगी ही, साथ ही भोजन पकाने के लिए ईंधन के रूप में गैस उपलब्ध होगी। इस तरह किसानों को इस योजना से दोहरा लाभ प्राप्त होगा। राज्य के किसान इस योजना में आवेदन करके बायोगैस प्लांट की स्थापना के लिए सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं।
बायोगैस प्लांट में पशुओं के व्यर्थ पदार्थ अथवा एनर्जी क्रॉप्स का उपयोग करके बायोगैस बनाई जाती है। बायोगैस प्लांट (Biogas Plant Scheme) में एक डाइजेस्टर और गैस होल्डर होता है जो व्यर्थ पदार्थों से ईंधन का निर्माण करता है। प्लांट का डाइजेस्टर एयर टाइट होता है यानि इसमें हवा नहीं जाती है। ऐसे डाइजेस्टर में व्यर्थ (गोबर) पदार्थ डाला जाता है और गैस होल्डर में गैस का संग्रहण किया जाता है। बायोगैस प्लांट का निर्माण गैस की जरूरत और व्यर्थ पदार्थों की उपलब्धता पर निर्भर करता है। बायोगैस प्लांट दो तरह से बनाए जाते हैं एक जमीन की सतह पर बनाया जाता है और दूसरा जमीन की सतह के नीचे बनाया जाता है।
बायोगैस प्लांट निर्माण से धुआं रहित बायोगैस प्राप्त होगी जिसका उपयोग रसोई में भोजन पकाने में किया जा सकेगा।
बायोगैस बनाने के लिए मवेशियों का गोबर गांव में ही मिल जाएगा।
बायोगैस का उपयोग कर कमरों में रोशनी भी की जा सकती है।
बायोगैस बनाने के बाद बची स्लेरी का उपयोग खाद के रूप में खेतों में किया जा सकता है। यह खाद फसलों के लिए काफी अच्छी मानी जाती है।
हरियाणा राज्य सरकार की ओर से बायोगैस प्लांट बनवाने के लिए किसानों को सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जा रहा है। इसमें बायोगैस प्लांट (Gobar Gas) के आकार के आधार पर सब्सिडी दी जाएगी, जो इस प्रकार से है-
1 घन मीटर का बायोगैस प्लांट के निर्माण के लिए सरकार की ओर से सामान्य वर्ग के किसानों को 9800 रुपए सब्सिडी दी जाएगी। जबकि अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति वर्ग के किसानों को 17000 रुपए की सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
2 से 4 घन मीटर का बायोगैस प्लांट के निर्माण पर सामान्य वर्ग को 14,350 रुपए की सब्सिडी दी जाएगी। वहीं इसी आकार का बायोगैस प्लांट बनवाने के लिए अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के किसानों को 22000 रुपए की सब्सिडी दी जाएगी।
इसी प्रकार 6 घन मीटर का बायोगैस प्लांट के निर्माण के लिए सामान्य वर्ग को 22,750 रुपए की सब्सिडी दी जाएगी। जबकि अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के किसानों को 29250 रुपए की सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
बायोगैस प्लांट के लिए सब्सिडी का लाभ प्राप्त करने के लिए किसानों को इसके लिए आवेदन करना होगा। आवेदन के लिए किसानों को कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों की आवश्यकता होगी, जो इस प्रकार से हैं-
आवेदन करने वाले किसान का आधार कार्ड
बायोगैस प्लांट पर सब्सिडी (Subsidy on Biogas Plant) का लाभ प्राप्त करने के लिए किसान, भारत सरकार की नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट https://biogas.mnre.gov.in/ पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा किसान ई-मित्र केंद्र या सीएससी सेंटर की सहायता लेकर भी इस योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं।
शेतकऱ्यासाठी आनंदवार्ता, पाऊसाची चिंता संपली, यावेळी महाराष्ट्रात किती पाऊस पडणार, जाणून घ्या. सूर्य संपूर्ण महाराष्ट्रात… Read More
ऊस पिकात झपाट्याने होतोय, ब्लॅक बग या रोगाचा प्रादुर्भाव, जाणून घ्या या रोगापासून उसाचे पीक… Read More
Kapus Bajar Bhav 2024: महाराष्ट्रातील आजचे कापसाचे बाजारभाव! Kapus Bajar Bhav : महाराष्ट्रातील कापसाचे बाजार… Read More
कापसाची नवीन जात, एकरी देते 14 क्विंटल पर्यंत उत्पादन, शेतकऱ्यांसाठी वरदान. जाणून घ्या कापसाची नवीन… Read More
ऊस व या पिकाच्या लागवडीसाठी मिळणार भरगोस अनुदान, महत्वपूर्ण निर्णय. Substantial subsidy for cultivation of… Read More
जिरायत आणि नापीक जमिनीही होणार पूर्णतः बागायत, शेतकऱ्यांना करावे लागेल फक्त एवढं काम. Farming Tips:… Read More
This website uses cookies.